हरियाणा राज्य गीत

 (काव्य) 
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रचनाकार:

 नरेश कुमार शर्मा

हेरै मिली नई-नई सौगात हुआ रोशन म्हारा हरियाणा ।

सारे हक रखे सर्वोपरि उन्नत हुआ किसान म्हारा ।
स्वास्थय की सोच निराली उत्तम है संस्कार म्हारा ।
इब हो लिया आत्मसात आया है समय सुहाणा ।
हेरै मिली नई-नई सौगात........

भाई रक्षा कवच सौगात मिली यू नारी को सम्मान दिया ।
शरूवात हुई महीला थाणे की सारे प्रदेश में आदर-मान दिया ।
हुई सुरक्षित नारी जात इसा बणा महीला थाणा ।
हेरै मिली नई-नई सौगात........

वीर जवान कर्मठ किसान संस्कृति की छवी निराली सै ।
अन्तोदय से हरियाणे में चारो और खुशहाली सै ।
हुई सशक्तिकरण पंचायत सब पडग्या भेद बताणा ।
हेरै मिली नई-नई सौगात........

भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन हुई सूचना प्रौद्योगिकी सक्षम ।
स्पष्ट न्याय प्रणाली है कानून व्यवस्था सबको सम ।
भाई मिटगे सब उत्पात बंद होग्या खेल पुराणा ।
हेरै मिली नई-नई सौगात........

बेहतर शिक्षा, बेहतर भविष्य हुआ भाई भतीजावाद खत्म ।
बेटी बचाओ, बेटी पढाओ इसी बात में दिखै दम ।
सुगम होग्या सै यातायात, हुआ सब का सफर सुहाणा ।
हेरै मिली नई-नई सौगात........

योग के बढावे से मिला प्राचीन पद्धति को मान ।
देखन जिसा नजारा होग्या राख्या चला स्वच्छ अभिमान ।
हुई स्वच्छता की शरूवात हुआ स्वच्छ म्हारा हरियाणा ।
हेरै मिली नई-नई सौगात........

हरियाणा एक, हरियाणवी एक से सारे वर्ग समान हुए ।
यू तरक्की का मंत्र है भाई प्रतिभा प्रोत्साहन हुए ।
हुई खत्म जात और पात कह नरेश का गाणा ।
हेरै मिली नई-नई सौगात........

                             गीतकार - नरेश कुमार शर्मा
                             गांव - अजायब जिला रोहतक हरियाणा
                             मो न० 9813921371

 

 

 

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