हे मेरी कुर्ती का रंग लाल मेरा बालम देख लूभावै सै। |टेक| हे सै मेरा जोबन याणा। मेरे संग होरया धिंगताणा। उमरिया हो रही सोलह साल मेरा बालम देख लूभावै सै।
मैं जब ओड पहर कै चालु। मै बडबेरी ज्यु हालु। हे मन भीड़ी हो ज्या गाल मेरा बालम देख लूभावै सै।
हे मेरा रूप निखरता आवै। जवानी दूणा जोर दिखावै। हे मेरी बदल गई है चाल मेरा बालम देख लूभावै सै।
हे नरेश इश्क में भरग्या। वो नजर मेरे पै धरग्या। हे वो हुआ पड़ा सै घायल मेरा बालम देख लूभावै सै।
-नरेश कुमार शर्मा गांव-अजायब, जिला रोहतक, हरियाणा मो0 9813921371 |